Tuesday 10 February 2015

ऋषि ज्ञानामृत

मानवमात्र का कल्याण करना यही हमारा उद्देश है। 
हिन्दुस्थान देव भूमि है , इस भूमि पर हर युग में ऋषि - मुनियोंने मानव कल्याणके लिए  दिव्य ज्ञान का विशाल भंडार मानव जाति को दिया है।  आज भोगवादी युग में ऋषियोंके ज्ञान का अनादर करके मनुष्य जी रहा है , इस कारण वह दुःख भी भोग रहा है।  जिन ऋषि - मुनियोंने , साधु -संतोंने , सिद्ध गुरू -सिद्ध योगियोंने मनुष्य जीवन का मूल्य समझाते हुए  श्रेष्ठ जीवन जीने के लिए जो सिद्धांत मनुष्य के सामने रखा है , उन सिद्धांतोंका आपको
 रसपान कराना चाहते है।  उम्मीद है आप ऋषि ज्ञानामृत का पान करने
मे रूचि लेंगे। 

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